बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने आम लोगों के लिए बड़ी घोषणा की है। आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ( MPC) की समीक्षा बैठक में लगातार चौथी बार रेपो रेट में कटौती की गई है। इसके अतिरिक्त आरबीआई ने नेशनल इलेक्ट्रिक फंड ट्रांसफर ( NEFT ) से जुड़े कुछ एलान भी किए हैं, जिनका आपकी जिंदगी पर सीधा असर पड़ेगा।
24 घंटे कर पाएंगे NEFT के जरिये लेन-देन
ग्राहक को दिसंबर से 24 घंटे एनईएफटी के जरिये लेन-देन की सुविधा मिलेगी। मौजूदा समय में ग्राहक इस सेवा का लाभ महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को छोड़कर हर वर्किंग डे पर उठा सकते हैं। यह सुबह आठ बजे से लेकर शाम सात बजे तक उपलब्ध रहती है। इस संदर्भ में आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि, ‘दिसंबर से एनईएफटी सिस्टम 24 घंटे उपलब्ध रहेगा। इसके जरिए रीटेल पेमेंट सिस्टम में क्रांतिकारी बदलाव आने की उम्मीद है।’
एक जुलाई से मुफ्त हुई थी NEFT सुविधा
छह जून को हुई आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की समीक्षा बैठक में आरबीआई ने आम जनता को बड़ा तोहफा देते हुए रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस) और नेशनल इलेक्ट्रिक फंड ट्रांसफर के जरिये होने वाला लेन-देन निशुल्क कर दिया था। यह नियम एक जुलाई से लागू हो चुका था।
क्या है NEFT
NEFT का मतलब है नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर। इंटरनेट के जरिये दो लाख रुपये तक के लेन-देन के लिए एनईएफटी का इस्तेमाल किया जाता है। इसके जरिये किसी भी शाखा के किसी भी बैंक खाते से किसी भी शाखा के बैंक खाते को पैसा भेजा जा सकता है। बस इकलौती शर्त ये है कि भेजने वाले और पैसा पाने वाले, दोनों के पास इंटरनेट बैंकिंग सेवा का होना जरूरी है। अगर दोनों खाते एक ही बैंक के हैं तो सामान्य स्थिति में कुछ सेकेंड्स के अंदर पैसा ट्रांसफर हो सकता है।
दरअसल आरबीआई अब तक आरटीजीएस और एनईएफटी लेन-देन पर एक लेवी बैंकों से लिया करता था और बदले में बैंक अपने ग्राहकों से यह पैसा वसूलते थे। अब यह लेवी की व्यवस्था हटा ली गई है।